यह लेख “गाज़ा की बर्लिन दीवार” को केवल एक भौतिक अवरोध नहीं, बल्कि आंतरिक संगठनात्मक और मानसिक नियंत्रण प्रणालियों के विरुद्ध प्रतिक्रिया के रूप में प्रस्तुत करता है। यह दर्शाता है कि मिस्र सहित सत्तावन मुस्लिम राष्ट्रों ने इतिहास से सीख लेकर शरणार्थियों और समानांतर सत्ता संरचनाओं के बीच स्पष्ट अंतर क्यों किया।
